तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। इन्द्रजाल द्वारा पति-पत्नी के बीच अनबन को दूर करने के मंत्र Should you have attempted every little thing but not acquiring accomplishment then jadu https://thejillist.com/story9556543/fascination-about-tara