कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला. तदा एव काश्चन परीक्षाः समाप्ताः भवन्ति। शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन भक्त अपने जीवन https://angelorzehr.full-design.com/not-known-details-about-shiv-chalisa-lyrics-in-english-with-meaning-72418679